IPL 2020 CSK vs KKR: चेन्नई सुपर किंग्स को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ जिस तरह से हार मिली उससे ये तो कहीं नहीं लगा था कि ये वही एम एस धौनी की टीम है जो तीन बार की चैंपियन है। जीत के करीब होते हुए भी ये टीम 10 रन से मैच हार गई और इस मैच में मध्यक्रम के बल्लेबाज एम एस धौनी और केदार जाधव की खराब बल्लेबाजी इस हार का एक मुख्य कारण बने थे। टीम की इस हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने सीएसके के कुछ बल्लेबाजों पर निशाना साधा है।
सहवाग ने खुलेआम कहा कि सीएसके के कुछ बल्लेबाजों ने इसे सरकारी नौकरी समझ ली है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता था, लेकिन केदार जाधव और रवींद्र जडेजा ने जो डॉट गेंदें खेली वो टीम के हित में नहीं रहा। मेरे हिसाब से कुछ बल्लेबाजों ने सीएसके को सरकारी नौकरी की तरह से समझ लिया है क्योंकि आप कुछ करो ना करो आपको सैलरी तो मिलेगी ही। इससे पहले भी सहवाग ने केदार जाधव को सिर्फ सजावट का सामान करार दिया था। उन्होंने कहा कि केकेआर की तरफ से केदार जाधव को असली मैन ऑफ द मैच खिताब दिया जाना चाहिए|
आपको बता दें कि इस मैच में सीएसके जीत हासिल कर लेती क्योंकि टीम की शुरुआत काफी अच्छी रही थी। इस टीम ने 10 ओवर में एक विकेट पर 90 रन बना लिए थे, लेकिन इसके बाद टीम ने जल्दी-जल्दी कुछ विकेट खोए और फिर बल्लेबाज बड़े शॉट लगा पाने में भी नाकाम रहे। केकेआर के स्पिनर्स ने सीएसके लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर दी थी और इस टीम के बल्लेबाज उससे पार नहीं पा सके थे। बीच के ओवर्स में एम एस 12 गेंदों पर 11 रन ही बना पाए जबकि केदार जाधव ने 12 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 7 रन बनाए।
फ्लेमिंग ने कहा था कि हमें ये लगा कि केदार स्पिनर्स को अच्छी तरह से खेलते हैं जिस वजह से हमें उन पर भरोसा था, वो जीत दिला लेंगे और इसकी वजह से उन्हें रवींद्र जडेजा और ब्रावो से पहले भेजा गया था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। वहीं सीएसके अब तक छह में से दो मैच ही जीत पाई है जबकि चार में उसे हार मिली है ऐसे में कप्तान के तौर पर धौनी की रणनीति लगातार फेल होती दिख रही है। इस मैच में हार के लिए बल्लेबाजों को जिम्मेदार ठहराया था, हालांकि उनका बल्ला खुद भी नहीं चल रहा है। वो रन बनाने के लिए हर मैच में जूझते दिख रहे हैं।